1.पद्मावत- 57 खंड
2.बीसलदेव रासो
-4 खण्ड
3.पृथिवीराज रासो
-69 समय
4.सूरसागर -12 स्कन्ध
5.वर्णरत्नाकर 8
6.रामचरितमानस
-7 कांड
7.रामचन्द्रिका
-39 प्रकाश
8.कवित्त रत्नाकर
-5 अध्याय या शीर्षक
9.प्रियप्रवास
-17 सर्ग
10.वैदेही वनवास
-18 सर्ग
11.साकेत
-12 सर्ग
12.कामायानी
-15 सर्ग
13.अंधेरे में
- 8 भाग
14.नाट्यशास्त्र
-36 अध्याय कई 37 भी मानते हैं.
15.कविप्रिया
- 16 प्रकाश
16.रसिक प्रिया
-16 प्रभाव
17.विज्ञानगीता
-21 प्रभाव
18.वीरसिंह देव चरित -33 प्रकाश
19.परमाल रासो
अभी तक आल्हा खंड ही प्रकाशित
20.पारिजात
-15 सर्ग
21.बाघ
-21खंड
(केदारनाथ सिंह)
2.बीसलदेव रासो
-4 खण्ड
3.पृथिवीराज रासो
-69 समय
4.सूरसागर -12 स्कन्ध
5.वर्णरत्नाकर 8
6.रामचरितमानस
-7 कांड
7.रामचन्द्रिका
-39 प्रकाश
8.कवित्त रत्नाकर
-5 अध्याय या शीर्षक
9.प्रियप्रवास
-17 सर्ग
10.वैदेही वनवास
-18 सर्ग
11.साकेत
-12 सर्ग
12.कामायानी
-15 सर्ग
13.अंधेरे में
- 8 भाग
14.नाट्यशास्त्र
-36 अध्याय कई 37 भी मानते हैं.
15.कविप्रिया
- 16 प्रकाश
16.रसिक प्रिया
-16 प्रभाव
17.विज्ञानगीता
-21 प्रभाव
18.वीरसिंह देव चरित -33 प्रकाश
19.परमाल रासो
अभी तक आल्हा खंड ही प्रकाशित
20.पारिजात
-15 सर्ग
21.बाघ
-21खंड
(केदारनाथ सिंह)
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