मैथिली शरण गुप्त (1886-1964)
मैथिली शरण गुप्त प्रारम्भ मे ब्रज भाषा मे कविता लिखते थे ,,और कलकत्ता से निकलने वाली वैषयोपकारक पत्रिका मे ब्रज भाषाकारक कविता छपती थी ।
- इनकी खडी बोली कि पहली कविता हेमन्त थी जो 1905 मे सरस्वती पत्रिका मे प्रकाशित हुई ।
-इन्होने 19खण्डकाव्य और 3 महाकाव्य लिखकर सर्वाधिक प्रबंध रचनाएं लिखने का श्रेय लिया है।
-तीन महाकाव्य इनके :-1. साकेत 2. जयभारत 3. विष्णुप्रिया
- इनके तीन गीतिनाटक :- 1. तिलोत्तमा 2. चन्द्रहास 3. अनघ
रचना::::------
1. रंग मे भंग(1910) ::::- पहला खंडकाव्य
2. जयद्रथ वध(1910)ःःः- पहला मिथिकिय खंडकाव्य
3. भारत भारती (1912)::- मुक्तक कविताओ का संग्रह
4. झंकार (1929)
5.पंचवटी (1925)
6. साकेत (1931)
7. यशोधरा (1932)
8. द्वापर (1936)
9. जयभारत (1952)
10. विष्णुप्रिया(1957)
11. रत्नावली (1960)
इन उपनामो से कविता लिखी ः-----
1. रसिकेश
2. रसिकेन्द्र
3.मधुप
4. रसिक बिहारी
5. स्वदेश
6. भारती
7. गुप्तजी
अन्य रचना :::----
1.विकटभट
2. गुरुकुल
3. किसान
4.हिडिम्बा
5. पृथ्वीपुत्र
6. स्वदेश संगीत
7. काबा और कर्बला ::---- प्रेमचंद का नाटक भी इसी नाम से है
8. मंगलघट
9. प्लासी का युद्ध
10. जयिनि::::-------- कार्लमार्क्स कि पुत्री पर लिखा
11. सिरुराज
12. त्रिपथगा
13. शकुन्तला
14. शक्ति
15. सैरन्ध्री
16. वृजसंहार
17. वैतालिक
18. मेघनाथ वध::- बांग्ला के कवि मधुसूदन दत्त के मेघनाथ वध का
अनुवाद है।
19. अजित
20. वन वैभव
उपनाम मैथिलीशरण गुप्त के ::::::---–---
1.द्विवेदी युग के शीर्षस्थ कवि
2. महावीर प्रसाद
3. नवजागरण के कवि
4. राष्ट्रकवि
5. आधुनिक युग के वैतालिक
6. युग प्रवर्तक कवि
7. द्विवेदी काल के प्रतिनिधि कवि माने जाते है ।
मैथिली शरण गुप्त प्रारम्भ मे ब्रज भाषा मे कविता लिखते थे ,,और कलकत्ता से निकलने वाली वैषयोपकारक पत्रिका मे ब्रज भाषाकारक कविता छपती थी ।
- इनकी खडी बोली कि पहली कविता हेमन्त थी जो 1905 मे सरस्वती पत्रिका मे प्रकाशित हुई ।
-इन्होने 19खण्डकाव्य और 3 महाकाव्य लिखकर सर्वाधिक प्रबंध रचनाएं लिखने का श्रेय लिया है।
-तीन महाकाव्य इनके :-1. साकेत 2. जयभारत 3. विष्णुप्रिया
- इनके तीन गीतिनाटक :- 1. तिलोत्तमा 2. चन्द्रहास 3. अनघ
रचना::::------
1. रंग मे भंग(1910) ::::- पहला खंडकाव्य
2. जयद्रथ वध(1910)ःःः- पहला मिथिकिय खंडकाव्य
3. भारत भारती (1912)::- मुक्तक कविताओ का संग्रह
4. झंकार (1929)
5.पंचवटी (1925)
6. साकेत (1931)
7. यशोधरा (1932)
8. द्वापर (1936)
9. जयभारत (1952)
10. विष्णुप्रिया(1957)
11. रत्नावली (1960)
इन उपनामो से कविता लिखी ः-----
1. रसिकेश
2. रसिकेन्द्र
3.मधुप
4. रसिक बिहारी
5. स्वदेश
6. भारती
7. गुप्तजी
अन्य रचना :::----
1.विकटभट
2. गुरुकुल
3. किसान
4.हिडिम्बा
5. पृथ्वीपुत्र
6. स्वदेश संगीत
7. काबा और कर्बला ::---- प्रेमचंद का नाटक भी इसी नाम से है
8. मंगलघट
9. प्लासी का युद्ध
10. जयिनि::::-------- कार्लमार्क्स कि पुत्री पर लिखा
11. सिरुराज
12. त्रिपथगा
13. शकुन्तला
14. शक्ति
15. सैरन्ध्री
16. वृजसंहार
17. वैतालिक
18. मेघनाथ वध::- बांग्ला के कवि मधुसूदन दत्त के मेघनाथ वध का
अनुवाद है।
19. अजित
20. वन वैभव
उपनाम मैथिलीशरण गुप्त के ::::::---–---
1.द्विवेदी युग के शीर्षस्थ कवि
2. महावीर प्रसाद
3. नवजागरण के कवि
4. राष्ट्रकवि
5. आधुनिक युग के वैतालिक
6. युग प्रवर्तक कवि
7. द्विवेदी काल के प्रतिनिधि कवि माने जाते है ।
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