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शनिवार, 19 दिसंबर 2020

कवि बिहारी विशेषांक

 कवि बिहारी स्पेशल नोट्स 

न्म -1595 स्थान -ग्वालियर

 मृत्यु,-1663

 जाति-माथूर चतुर्वेदी 

बिहारी सतसई का रचना काल -1662 

 भाषा -ब्रज

 छंद -दोहा 713 का०य स्वरूप -मुक्तक काव्य 

प्रमुख रस -संयोग श्रृंगार रस

 विशेष :-             

 👉  बिहारी रीतिकाल के सर्वश्रेष्ठ कवि हैं । 

👉      यह आचार्यत्व न स्वीकार करने वाले कवि हैं। 

👉हिन्दी में समास पद्धति की शाक्ति का सर्वाधिक परिचय बिहारी ने दिया है । 

👉बिहारी सतसई की प्रथम टीका लिखने वाले-कृष्ण कवि 

👉बिहारी सतसई के दोहों का पलवन रोला छंद में करने वाले-अंबिकादत व्यास 

👉कृष्ण कवि ने बिहारी सतसई की टीका किस छंद में लिखी - सवैया छंद में 

👉बिहारी सतसई को शाक्कर की रोटी कहने वाले -पद्मसिंह शर्मा 

 👉बिहारी के दोहों का संस्कृत में अनुवाद करने वाले- परमानन्द 

👉प२मानन्द ने बिहारी सतसई के दोहों का संस्कृत में किस नाम से अनुवाद किया -       श्रृंगार सप्तशती

 👉बिहारी सतसई के प्रत्येक दोहें पर छंद बनाने वाले - कृष्ण कवि 

👉बिहारी सतसई की रसिकों  के हृदय का घर कहने वाले -हजारी प्रसाद द्विवेदी  👉बिहारी को हिन्दी का चौथा रतन मानने वाले -लाला भगवानदीन

 👉बिहारी को रीतिकाल का सर्वाधिक लोकप्रिय कवि कहने वाले -हजारी प्रसाद द्विवेदी 

👉बिहारी के दोहों पर प्रसन्न होकर राजा जयसिंह ने इन्हें कौनसा गाँव पुरस्कार में दिया -काली पहाड़ी

 👉इनके दोहे क्या है रस के छोटे छोटे छींटे हैं  कथन किसका है-रामचन्द्र शुक्ल का कथन है 

👉"इनकी  कविता श्रृंगारी है किन्तु प्रेम की उच्च भूमि पर नही पंहुचती , नीचे रह जाती है "कथन है- रामचन्द्र शुक्ल का 

👉बिहारी की भाषा चलती होने पर भी साहित्यिक है कथन है -रामचन्द्र शुक्ल का 👉शुक्ल ने बिहारी सतसई के किस पक्ष का उपहास किया है-वियोग वर्णन का 

 👉किसने बिहारी को ऐसा पीयूष वर्षी मेघ कहा है जिसके उदय होते ही सूर और तुलसी आच्छादित हो जाते हैं- राधाचरण गोस्वामी ने 

👉बिहारी सतसई की "रामचरितमानस" के बाद सबसे अधिक प्रचारित कृति मानने वाले -  श्यामसुन्दर दास

 👉बिहारी को हिन्दी साहित्य का बेजोड़ कवि मानने वाले - विश्वनाथ सिंह 

👉बिहारी की वागविभूति के लेखक- विश्वनाथ सिंह 

👉सम्पूर्ण विश्व में बिहारी सतसई के समकक्ष कोई रचना प्राप्त नही होती कथन है- ग्रियर्सन का 

👉फिरंगे सतसई के रचनाकार -आनंदीलाल शर्मा 

👉बिहारी सतसई की टीका "अमरचन्द्रिका"नाम से लिखने वाले -सूरति मिश्र 

👉बिहारी सतसई की सरल टीका -लाला भगवानदीन 

👉बि हारी सतसई की टीका "लाल चान्द्रिका"नाम से लिखने वाले-लल्लू लाल 

👉राम सतसई - राम सहाय दास 

👉सतसई  बरनार्थ - ठाकुर 

👉बिहारी सतसई की सर्वश्रेष्ठ टीका लिखने वाले जगन्नाथ दास रत्नाकर 

👉जगन्नाथ दास रत्नाकर ने किस नाम से टीका लिखी - बिहारी रत्नाकर 

👉बिहारी रत्नाकर खड़ी बोली में लिखी गई है। 

👉बिहारी सतसई की टीका ब्रज भाषा में लिखने वाले - राधा कृष्ण चौबे 

👉मुंशी देवी प्रसाद ने उर्दू शेरों में बिहारी सतसई का अनुवाद किया है। 

👉आनंदीलाल शर्मा की फिरंगे सतसई फारसी में रचित है

6 टिप्‍पणियां:

विलोम शब्द

#हिंदी__विलोम__शब्द: (#अति_महत्वपूर्ण )  1.अग्र – पश्च 2. अज्ञ – विज्ञ 3. अमृत -विष 4. अथ – इति 5. अघोष – सघोष 6. अधम – उत्तम 7. अपकार – उपक...