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बुधवार, 12 फ़रवरी 2020

कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न : जो गाइडों में नहीं मिलेंगे। (ये वे 5-10 प्रश्न हैं जो अंतिम चयन सूची या मेरिट में आपको शामिल करवाते हैं। 
 ✍"महायान हीनयान की अपेक्षा अधिक मानवीय, लोकगम्य, सहज और समन्वमूलक था" किसका कथन है - हज़ारी प्रसाद द्विवेदी 
 ✍उर्दू को यामिनी भाषा किसने कहा - लल्लूलाल जी। 
 ✍बालेंदु उपनाम से प्रगतिवाद का कौन सा कवि कविताएं लिखता था - केदारनाथ अग्रवाल
 ✍नागार्जुन ने प्रगतिशील लेखक संघ की अध्यक्षता कब की थी - 1953, नई दिल्ली 
 ✍"मैं रथ का टूटा हुआ पहिया हूँ, मगर मुझे फेंको मत" पंक्ति किसकी है - धर्मवीर भारती
 ✍"मैं प्रयोगवाद का अगुवा नहीं पिछलगुवा हूं" - दिनकर जी। 
✍प्रपद्यवाद प्रयोग को साध्य जबकि प्रयोगवाद इसे साधन मानता है।
 ✍विष के दांत कहानी संग्रह नलिन विलोचन शर्मा का है।  
✍युगचेतना-लखनऊ, कल्पना-हैदराबाद, नया ज्ञानोदय-कलकत्ता, आलोचना-दिल्ली, हंस-दिल्ली, तद्भव-लखनऊ से निकलने वाली पत्रिकाएं हैं।
 ✍नई कविता के 4 प्रतिमान - आधुनिकता में आस्था, कुंठारहित यथार्थ, बुद्धिवाद, क्षणवाद 
 ✍'कवित्त विवेक एक नहिं मोरे' जैसी विनम्र भाव वाली पंक्ति किस कवि की लेखनी से निःसृत हुई - तुलसीदास 
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प्रयोगवाद : महत्वपूर्ण कथन या विद्वानों के विचार 
 ✍समाज के हित में जैसी क्रांति का सतत प्रक्रिया काम्य है, वैसे ही रचना के हित में प्रयोग की। - रामस्वरूप चतुर्वेदी 
 ✍प्रयोगवाद का कोई वाद नहीं है, हम वादी नहीं रहे हैं। - अज्ञेय  
✍प्रयोगवाद बैठे ठाले का धंधा है। - नन्द दुलारे वाजपेयी 
 ✍चरम व्यक्तिवाद ही प्रयोगवाद का केंद्र बिंदु है। - नामवर सिंह 
 ✍मैं प्रयोगवाद का अगुवा नहीं पिछलगुवा हूं। - दिनकर जी
 ✍प्रयोगवाद दृष्टिकोण का अनुसंधान है। - केशरी कुमार 
 ✍प्रयोगवाद शैलीगत विद्रोह है। - डॉ. नगेन्द्र 
 ✍ प्रयोगवाद कलात्मक अनुभव का क्षण है। - रघुवीर सहाय  
✍प्रयोगवाद का प्रारंभ - 1943
 ✍प्रयोगवाद के आरम्भकर्ता - अज्ञेय जी 
 ✍प्रयोगवाद के अंतर्गत कुल सप्तक - 04 (1943, 1951, 1959, 1979) 
 ✍राहों का अन्वेषी कवियों को अज्ञेय जी तारसप्तक की भूमिका में कहा। ✍प्रमुख प्रवृत्तियां - अहंवादी व्यक्तित्व, अतियथार्थवाद, निराशावाद, बौद्धिकता, नवीन उपमान, विषयों का साधारण निरूपण, सामयिक भाषा ✍प्रयोगवाद पर फ्रायड दर्शन का प्रभाव भी है। 
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➡️प्रश्नोत्तर जो अनिवार्य कि अनिवार्य हो सकते हैं, परीक्षा के लिहाज़ से ✍सूफी धारा को किस आलोचक ने प्रेमाश्रयी धारा कहा - आचार्य शुक्ल जी 
 ✍"मानस भवन में आर्यजन जिनकी उतारे आरती...." पंक्ति किस काव्यग्रंथ से है - भारत भारती 
 ✍"सब आंखों के आंसू उजले/सबके सपनों में सत्य पला"...पंक्ति किसकी है - महादेवी वर्मा 
 ✍किस सन्त कवि का जन्म अकबर के समय में और मृत्यु औरंगजेब के काल में हुई - मलूकदास
 ✍सन्त कवियों के दार्शनिक सिद्धातों का मूल आधार है - अद्वैतवाद
 ✍रचना कुमारपाल प्रतिबोध - सोमप्रभ सूरि, कुमारपाल चरित - हेमचन्द्र की है। 
 ✍महिमभट्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत है - अनुमानवाद 
 ✍"साहित्य मनुष्य के अंदर का उछालित आनन्द है" - नन्द दुलारे वाजपेयी ✍कवि धनपाल को किसने सरस्वती की उपाधि दी - राजा मुंज ने ✍"नैननि में जो सदा रहते तिनकी अब कान कहानी सुन्यो करै" - आलम की पंक्ति है।
 ✍कृष्ण की रस रूप और राधा को रति रूप किस सम्प्रदाय में माना गया है - वैष्णव सहजिया सम्प्रदाय 
 ✍चंपू काव्य के दो भेद हैं - विरुद और करम्बक

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विलोम शब्द

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