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मंगलवार, 3 दिसंबर 2019

1. मो सम कौन कुटिल खलकामी - सूरदास 2. यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पर धावनो है - बोधा 3. माधव हम परिनाम निरासा - विद्यापति 4. हरि हू राजनीति पढ़ि आए - सूरदास 5. भरोसो दृढ़ इन चरनन केरो - सूरदास 6. इन मुसलमान जनन पर कोटिन हिंदू बारिह - भारतेंदु 7. खुल गए छंद के बंध- पंत 8. तुलसी का सारा काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है - हजारीप्रसाद द्विवेदी 9. धुनि ग्रमे उत्पन्नों, दादू योगेंद्रा महामुनि- रज्जब 10. काव्य आत्मा की संल्पनात्मक अनुभूति है - जयशंकर प्रसाद 11. प्रभु जी तुम चंदन हम पानी - रैदास 12. सखा श्रीकृष्ण के गुलाम राधा रानी के - भारतेंदु 13. देखे मुख भावै अनदेखे कमल चंद ताते मुख मुरझे कमला न चंद  - केशवदास 14. एक नार नक अचरज किया साँप मार पिंजरे में दिया - खुसरो 15. केशव कहि न जादु का कहिए तुलसीदास 16. देसिल बअना सब इन मिट्ठा तै तैसन जपऔ अवहठ्ठा  - विद्यापति 17. पुष्टिमार्ग का जहाज जात है सो जाको कछु लेना हो सो लेउ - विट्ठलनाथ 18. जाहि मन पवन न संचरई  रवि ससि नहिं पवेस- सरहपा 19. यदि प्रबंध काव्य एक विस्तृत वनस्थली है तो मुक्तक चुना हुआ गुलदस्ता - आचार्य शुक्ल 20. अवधू रहिया हाटे वाटे रूप बिरष की छाया तजिबा काम क्रोध लोभ मोह संसार की माया - गोरखनाथ 21. राजनीति का प्रश्न नहीं रे आज जगत के सम्मुख एक वृहत सांस्कृतिक समस्या जग के निकट उपस्थित  - पंत 22. भल्ला हुआ जु मारिया बहिणि म्हारा कंतु लज्जेयं तु वयंसिअहू जइ मग्गा घरु संतु - हेमचंद्र 23. निराला से बढ़कर स्वच्छंदतावादी कवि हिंदी में कोई नहीं है - हजारीप्रसाद द्विवेदी 24. पुस्तक जल्हण हाथ दै चलि गज्जन नृप काज  - चंदबरदाई 25. छोङो मत यह सुख का कण है - जयशंकर प्रसाद 26. मनहु कला ससभान कला सोलह सो बन्निय  - चंदबरदाई 27. प्रयोगवाद बैठे-ठाले का धंधा है   - नंददुलारे वाजपेयी 28. बारह बरस लौं कूकर जिए, अरू तेरह लै जिए सियार बरिस अठारह छत्री जिए, आगे जीवन को धिक्कार  - जगनिक 29. यदि इस्लाम न भी आया होता तो भी भक्ति साहित्य का बारह आना वैसा ही होता जैसा आज - हजारीप्रसाद द्विवेदी 30. गोरख जगायो जोग भगति भगायो लोग - तुलसीदास (कवितावली से) 31. साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है - बालकृष्ण भट्ट 32. झिलमिल झगरा झूलते बाकी रही न काहु गोरख अटके कालपुर कौन कहावै साहु  - कबीर 33. भारतवर्ष का लोकनायक वही हो सकता है जो समन्वय करने का अपार धैर्य लेकर आया हो - हजारीप्रसाद द्विवेदी 34. दशरथ सुत तिहुँ लोक बखाना राम नाम का मरम है आना  - कबीर 35. मैं मजदूर हूँ, मजदूरी किए बिना मुझे भोजन करने का अधिकार नहीं - प्रेमचंद 36. अजगर करे न चाकरी पंछी करे न काम - मलूकदास 37. सूर अपनी आँखों से वात्सल्य का कोना-कोना झाँक आए है - रामचंद्र शुक्ल 38. विक्रम धँसा प्रेम का बारा  सपनावती कहँ गयऊ पतारा  - मंझन (मधुमालती से) 39. उत्तर अपभ्रंश ही पुरानी हिंदी है - चंद्रधर शर्मा गुलेरी 40. कब घर में बैठे रहैं, नाहिंन हाट बाजार मधुमालती, मृगावती पोथी दोउ उचार  - बनारसीदास जैन 41. बालचंद बिज्जावइ भाषा, नहिंन दुहु नहिं लग्गई दुज्जन हासा   - विद्यापति 42. मुझको क्या तू ढूँढ़े बंदे मैं तो तेरे पास में  - कबीर 43. बलंदीप देखा अँगरेजा, तहाँ जाई जेही कठिन करेजा - उसमान (चित्रावली में) 44. सूरतिय, नरतिय, नागतिय, सब चाहत अस होय गोद लिए हुलसी फिरैं तुलसी सो सुत होय  - रहीम 45. कहा करौ बैकुंठहिं जाय जहाँ नहिं नंद, जहाँ न जसोदा, नहिं जहँ गोपी, ग्वाल न गाय  - परमानंद दास 46. जाके प्रिय न राम वैदेही सो नर तजिए कोटि बैरी सम यद्यपि परम सनेही   - तुलसीदास (विनयपत्रिका से) 47. जदपि सुजाति सुलच्छनी सुबरन सरस सुवतृ भूषण बिनु न विराजई कविता बनिता मित्त  - केशवदास 48. आँखिन मूँदिबे के मिस आनि अचानक पीठि उरोज लगावै - मतिराम 49. अभिधा उत्तम काव्य है मध्य लक्षणा तीन अधम व्यंजना रस विरस, उलटी कहत नवीन  - देव 50. भले बुरे सम, जौ लौं बोलत नाहिं जानि परत हैं काक पिक, ऋतु बसंत के माहिं  - वृंद 51. नेही महा ब्रजभाषा प्रवीन और संदरतानि के भेद को जानै - ब्रजनाथ 52. एक सुभान कै आनन पै कुरबान जहाँ लगि रूप जहाँ को - बोधा 53. आठ मास बीते जजमान अब तो करो दच्छिना दान  - प्रतापनारायण मिश्र 54. साखी सबदी दोहरा, कहि कहिनी उपखान भगति निरूपहिं निन्दहिं बेद पुरान  - तुलसी 55. निर्गुण ब्रह्म को कियो समाधु तब ही चले कबीरा साधु  - दादू 56. सब मम प्रिय सब मम उपजाये सबतैं अधिक मनुज मोहि भाये  - तुलसी 57. पढ़ि कमाय कीन्हों कहा हरे देश कलेश जैसे कन्ता घर रहे तैसे रहे विदेस  - प्रतापनारायण मिश्र 58. मैं हिंदुस्तान की तूती हूँ, अगर तुम वास्तव में मुझसे कुछ पूछना चाहते हो तो हिंदवी मेें पूछो - अमीर खुसरो 59. मैं मरूँगा सुखी मैने जीवन की धज्जियाँ उङाई हैं  - अज्ञेय 60. यह सिर नवे न राम कू, नाहीं गिरियो टूट आन देव नहिं परसिये, यह तन जायो छूट  - चरनदास 61. रुकमिनि पुनि वैसहि मरि गई कुलवंती सत सो सति भई  - कुतुबन 62. जानत है वह सिरजनहारा, जो किछु है मन मरम हमारा। हिंदु मग पर पाँव न राखेऊ, का जो बहुतै हिंदी भाखेऊ  - नूरमुहम्मद 63. मो मन गिरिधर छवि पै अटक्यो ललित त्रिभंग चाल पै चाल कै, चिबुक चारु गङि ठटक्यो  - कृष्णदास 64. संतन को कहा सीकरी सों काम आवत जात पनहियाँ टूटी बिसरि गयो हरि नाम  - कुंभनदास 65. बसो मेरे नैनन में नंदलाल मोहनि मूरत, साँवरि सूरत, नैना बने रसाल  - मीराबाई 66. लोटा तुलसीदास को लाख टका को मोल   - होलराय 67. कुंदन को रंग फीकौ लगे - मतिराम 68. अमिय, हलाहल, मदभरे, सेत, स्याम, रतनार जियत, मरत, झुकि-झुकि परत, जेहि चितवत एक बार   - रसलीन 69. कनक छुरी सी कामिनी काहे को कटि छीन - आलम 70 अति सुधौ सनेह को मारग है जहँ नैकू सयानपन बाँक नहीं   - घनानंद 71. आलम नेवाज सिरताज पातसाहन के गाज ते दराज कौन नजर तिहारी है  - चंद्रशेखर 72. कलि कुटिल जीव निस्तार हित वाल्मीकि तुलसी भयो -  नाभादास जी 73. मात पिता जग जाइ तज्यो विधिहू न लिख्यो कछु भाल भलाई  - तुलसी 74. अपना मस्तक काटिकै बीर हुआ कबीर - दादू 75. सो जागी जाके मन में मुद्रा रात-दिवस ना करई निद्रा  - कबीर 76. पराधीन सपनेहु सुख नाहीं- तुलसी 77. काहे री नलिनी तू कम्हलानी तेरे ही नालि सरोवर पानी  - कबीर 78. काव्य की रीति सीखि सुकवीन सों देखी सुनि बहुलोक की बातें - भिखारीदास

सोमवार, 2 दिसंबर 2019

हिन्दी भाषा एवं साहित्य 1. अंग्रेजी भाषा को भारत में शिक्षा के माध्यम से आरंभ किया गया? – लॉर्ड मैकाले द्वारा 2. 'हिन्दी का आदि कवि' किसे माना जाता है? – स्वयंभू 3. हिन्दी का प्रथम उपन्यास कौनसा है? – परीक्षा गुरू (श्रीनिवास दास वमत) 4. हिन्दी का प्रथम एकांकी कौनसा है? – एक घूँट 5. हिन्दी का प्रथम पात्र कौनसा है? – उदंत मार्तण्ड 6. हिन्दी की प्रथम पत्रिका कौनसी है? – संवाद कौमुदी 7. हिन्दी की वर्णमाला में कितने स्वर व कितने सम स्वर होते हैं? – 11 स्वर व 33 सम स्वर 8. हिन्दी के किस समाचार-पत्र में ‘खड़ीबोली’ को ‘मध्यदेशीय भाषा’ कहा गया है? – बनारस अखबार 9. हिन्दी के प्रथम कवि कौन है? – सिद्ध सरहपा (9वीं शताब्दी) 10. हिन्दी के प्रथम गद्यकारकौन है? – लल्लूलाल 11. हिन्दी के सर्वप्रथम गीत लेखक कौन है? – विधापति 12. हिन्दी के सर्वप्रथम दैनिक समाचार-पत्र कौनसा है? – सुधावर्षण 13. हिन्दी के सर्वप्रथम प्रकाशित पत्र का नाम क्या है? – उतण्ड मार्तण्ड 14. अजंता की गुफा किस धर्म से संबंधित है? – बौद्ध धर्म से 15. अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय कहां है? – भोपाल (मध्य प्रदेश) 16. अतीत के चलचित्र के रचयिता कौन हैं? – महादेवी वर्मा 17. ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ किसे कहा जाता है? – स्वयंभू को 18. अपभ्रंश भाषा के प्रथम व्याकरणाचार्य कौन थे? – हेमचन्द्र 19. अपभ्रंश में कृष्ण काव्य के प्रणेता कौन हैं? – पुष्पदन्त 20. अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आँचल में है दूध और आँखों में पानी। उपर्युक्त पंक्तियों किस काव्य की हैं? – यशोधरा 21. अभिलेखों का अध्ययन क्या कहलाता है? – इपीग्राफी 22. अमिय हलाहल, मदभरे, सेत स्याम, रतनार। जियत, मरत, झुकि-झुकि परत जेहि चितवत इक बार।। प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – रसलीन 23. अमीर ख़ुसरो ने किसके विकास में अग्रणी भूमिका निभाई? – खड़ी बोली 24. अमीर ख़ुसरो ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा क्या है? – खड़ीबोली 25. अवधी भाषा के सर्वाधिक लोकप्रिय महाकाव्य का नाम क्या है? – रामचरितमानस 26. अशोक के फूल (निबंध सग्रह) के रचनाकार हैं? – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी 27. अष्टछाप के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि कौन हैं? – सूरदास 28. आँख की किरकिरी होने का क्या अर्थ है? – अप्रिय लगना 29. आँसू (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 30. आंचलिक रचनाएँ किससे संबंधित होती हैं? – क्षेत्र विशेष से 31. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने ‘त्रिवेणी’ में किन तीन महाकवियों की समीक्षाएँ प्रस्तुत की हैं? – सूर, तुलसी, जायसी 32. 'आत्मजयी' के रचयिता कौन हैं? – कुँवर नारायण 33. 'आत्मनिर्भरता' (निबंध) के रचनाकार कौन हैं? – बालकृष्ण भट्ट 34. आधुनिक मानव के हाल का पूर्वज कौन है? – क्रोमैगनन मनुष्य 35. आधुनिक युग की मीरा किसे कहा जाता है? – महादेवी वर्मा 36. आधुनिक युग के चरण कौन हैं? – रामधारी सिंह ‘दिनकर’ 37. आन्ध्र प्रदेश की राजकीय भाषा कौन है? – तेलुगु 38. आसमान पर चढ़ाने का अर्थ क्या है? – अत्यधिक प्रशंसा करना 39. इतिहास शब्द का शुद्ध विशेषण क्या है? – ऐतिहासिक 40. 'ईदगाह' (कहानी) के रचनाकार कौन हैं? – प्रेमचंद 41. उर्दू किस भाषा का शब्द है? – तुर्की 42. एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी। यह पंक्ति किस भाषा की है? – ब्रजभाषा 43. 'एक भारतीय आत्मा' किसे कहा जाता है? – माखनलाल चतुर्वेदी 44. ऑस्ट्रिक भाषा समूह की भाषाओं को बोलने वालों को क्या कहा जाता है? – किरात 45. कटकटान कपि कुंजर भारी। दुहु भुजदंड तमकि महिमारी।। डोलत धरनि सभापद खसे चले भाजि भय मारूत ग्रसे।। प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास 46. 'कठिन काव्य का प्रेत' किस कवि को कहा जाता हैं? – केशवदास को 47. कथा सम्राट किसे कहा जाता है? – प्रेमचंद 48. कबीरदास की भाषा क्या थी? – सधुक्कड़ी 49. कलम का सिपाही किसे कहा जाता है? – मुंशी प्रेमचंद 50. 'कलम की सिपाही' क्या है? – जीवनी 51. कवि कालिदास की 'अभिज्ञान शाकुन्तलम' का हिन्दी अनुवाद किसने किया? – राजा लक्ष्मण सिंह 52. 'कस्तूरी कुंडल बसै' किसकी आत्मकथा है? – मैत्रेयी पुष्पा की 53. कादंबरी के लेखक कौन हैं? – बाणभट्ट 54. कामायनी किस प्रकार का ग्रंथ है? – महाकाव्य 55. किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं? – मिश्रबन्धु 56. किस काल को स्वर्णकाल कहा जाता है? – भक्ति काल 57. किस छायावादी कवि ने संवाद शैली का सर्वाधिक उपयोग किया है? – जयशंकर प्रसाद 58. किस देश में अधिकतम संख्या में भाषाएँ बोली जाती हैं? – भारत 59. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ किस रस के कवि माने जाते हैं? – वीर रस 60. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था? – उर्वशी 61. रीतिकाल का वह कौन-सा कवि है, जो अपनी मात्र एक कृति से हिन्दी साहित्य में अमर हो गया? – बिहारी 62. रेशम बनाने की तकनीक का अविष्कार सर्वप्रथम किस देश में हुआ? – चीन में 63. लाल पीला होने का क्या अर्थ है? – क्रोध करना 64. ले चल मुझे भुलावा देकर, मेरे नाविक धीरे-धीरे। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 65. लोग हैं लागि कवित्त बनावत, मोहिं तो मेरे कवित्त बनावत। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – घनानन्द 66. 'वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे' के रचयिता कौन है? – मैथली शरण गुप्त 67. 'वापसी' किस विद्या में रचित है? – कहानी 68. विक्रम संवत का शुभारंभ कब हुआ? – 57 ई. 69. विद्यापति की 'पदावली' की भाषा क्या है? – मैथली 70. वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि कौन माने जाते हैं? – चन्दबरदाई 71. वीरों का कैसा हो वसंत कविता के रचयिता कौन हैं? – सुभद्रा कुमारी चौहान 72. व्यवस्थाप्रियता और विद्रोह का विलक्षण संयोग किस प्रयोगवादी कवि में सबसे अधिक मिलता है? – अज्ञेय में 73. 'शिव शंभु के चिट्ठे' से संबंधित रचनाकार कौन हैं? – बाल मुकुन्द गुप्त 74. 'शिवा बावनी' के रचनाकार कौन हैं? – भूषण 75. शून्य की खोज किसने की? – आर्यभट्ट ने [1/5, 6:55 PM] RTI activist Amar Godara: 76. 'शेष कादम्बरी' के रचयिता कौन है? – अलका सरावगी 77. 'श्रद्धा' किस कृति की नायिका कौन है? – कामायनी 78. संविधान की आठवीं अनुसूची के अनुसार कितनी भाषाओं को राजभाषा के रूप में सांविधानिक मान्यता प्राप्त हैं? – 22 भाषाएं 79. संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल की गई चार नई भाषाएँ कौनसी हैं? – संथाली, मैथिली,बोडो और डोगरी 80. संविधान के किस अनुच्छेद के अनुसार हिन्दी भारत की राजभाषा है? – अनुच्छेद 343 (1) 81. 'संसद से सड़क तक' (काव्य) के रचनाकार कौन हैं? – सुदामा पांडेय 'धूमिल' 82. संस्कृत से सर्वांधिक प्रभावित द्रविड़ भाषा कौनसी है? – तेलुगु 83. 'संस्कृति के चार अध्याय' किसकी रचना है? – रामधारी सिंह 'दिनकर' 84. सखि वे मुझसे कह कर जाते। इस पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – मैथली शरण गुप्त 85. सबसे पहले अपनी आत्मकथा हिंदी में किसने लिखी? – राजेन्द्र प्रसाद 86. सर्वप्रथम किस आलोचक ने अपने किस ग्रंथ में देव बड़े हैं कि बिहारी विवाद को जन्म दिया? – मिश्रबंधु : हिन्दी नवरत्न 87. सर्वप्रथम किस विदेशी यात्री ने भारत यात्री की? – फाह्यान ने 88. सर्वप्रथम भारत को इंडिया किसने कहा? – यूनानवासियों ने 89. सर्वप्रथम भारतवर्ष का जिक्र किस अभिलेखा में मिला है? – हाथी गुंफा अभिलेख में 90. साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीर 91. साहित्यकार ‘अज्ञेय’ जी का पूरा नाम क्या है? – सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ 92. सिंधु सभ्यता के लोग किस क्षेत्र के निवासी थे? – भूमध्यसागरीय 93. सिकंदर का सेनापति कौन था? – सेल्यूकस निकेटर 94. सिकंदर किसका शिष्य था? – अरस्तू का 95. सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा क्या है? – देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी हिन्दी 96. ‘सुन्दर परम किसोर बयक्रम चंचल नयन बिसाल। कर मुरली सिर मोरपंख पीतांबर उर बनमाल॥’ ये पंक्तियाँ किस रचनाकार की हैं? – सूरदास 97. सुभाषितवलि के लेखक कौन हैं? – मयूर 98. सुरदर्शन झील का पुर्नोद्धार किसने कराया? – स्कंधगुप्त ने 99. 'सुहाग के नूपुर' के रचयिता कौन हैं? – अमृत लाल नागर 100. सूरदास के गुरु कौन थे? – बल्लभाचार्य
*हिन्दी भाषा एवं साहित्य* 1. किस नाटककार ने अपने नाटकों के लिए रंगमंच को अनिवार्य नहीं माना है? – जयशंकर प्रसाद 2. किस पुस्तक का 15 भारतीय भाषाओं और 40 विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है? – पंचतंत्र 3. किस भाषा को द्रविड़ परिवार की सभी भाषाओं की जननी कहा जाता है? – तमिल 4. किस भाषा को भारतीय आर्य भाषाओं की जननी, भारतीय आर्य संस्कृति का आधार, देवभाषा आदि नामों से जाना जाता है? – संस्कृत 5. किस युग को ‘चाल्कोलिथिक एज’ कहा जाता है? – ताम्रपाषाण युग को 6. किस रचना की सर्वाधिक टीकाएँ लिखी गई हैं? – बिहारी सतसई 7. 'कुटज' के रचयिता कौन हैं? – हजारी प्रसाद द्विवेदी 8. केरल राज्य की राजकीय भाषा क्या है? – मलयालम 9. कौनसी भाषा ऑस्ट्रिक समूह से सम्बन्धित है? – खासी 10. खड़ी बोली के सर्वप्रथम लोकप्रिय कवि कौन माने जाते है? – अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' 11. खड़ीबोली का अरबी-फ़ारसीमय रूप क्या है? – उर्दू भाषा 12. 'गंगा छवि वर्णन' (कविता) के रचनाकार कौन हैं? – भारतेन्दु हरिश्चन्द्र 13. 'गागर में सागर' भरने का कार्य किस कवि ने किया है? – बिहारी 14. गाथा (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है? – प्राकृत 15. गुप्त वंश का संस्थापक कौन था? – श्रीगुप्त 16. 'गोदान' किसकी कृति है? – प्रेमचंद 17. गौतम बुद्ध ने अपने उपदेश सबसे अधिक किस स्थान पर दिए? – श्रावस्ती में 18. घनिष्ठ की शुद्ध उत्तरावस्था क्या है? – घनिष्ठतर 19. चंदरबरदाई किसके दरबारी कवि थे? – पृथ्वीराज चौहान के 20. चन्दन विष व्याप्त नहीं, लिपटे रहत भुजंग- इस प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – रहीम 21. 'चरणदास चोर' किसकी नाट्य कृति है? – हबीब तनवीर 22. 'चाँद का मुँह टेढ़ा है' (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – गजानन माधव 'मुक्तिबोध' 23. चारु शब्द की शुद्ध भावात्मक संज्ञा क्या है? – चारुता 24. 'चिन्तामणि' के रचयिता कौन हैं? – रामचन्द्र शुक्ल 25. चीनी यात्री ह्नेनसांग सर्वप्रथम किस भारतीय राज्य पहुँचा? – कपिशा 26. चीनी-तिब्बती भाषा समूह की भाषाओं के बोलने वालों को कहा जाता है? – निषाद 27. छायावाद के प्रवर्तक का क्या नाम है? – जयशंकर प्रसाद 28. 'जनमेजय का नागयज्ञ' किसकी कृति हैं? – जयशंकर प्रसाद 29. देवनागरी लिपि को राष्ट्रलिपि के रूप में कब स्वीकार किया गया था? – 14 सितम्बर, 1949 30. जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। इस पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास 31. जो अपनी जान खपाते हैं, उनका हक उन लोगों से ज़्यादा है, जो केवल रुपया लगाते हैं। यह कथन गोदान के किस पात्र द्वारा कहा गया है? – महतो 32. जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सारु। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥ इस दोहे के रचनाकार का नाम क्या है? – देवसेन 33. ज्ञानपीठ पुरस्कार किस क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए दिया जाता है? – साहित्य 34. ज्ञानमार्गी शाखा के कवियों को किस नाम से पुकारा जाता है? – संत कवि 35. झरना (काव्य संग्रह) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 36. डोगरी भाषा मुख्य रूप से कहाँ बोली जाती है? – जम्मू कश्मीर 37. ढाई अक्षर प्रेम के, पढ़ै सो पंडित होय। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीर दास 38. तक्षशिला नगर किन नदियों के मध्य स्थित था? – सिंधु व झेल 39. तरनि-तनूजा-तट तमाल तरुवर बहु छाए। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – भारतेन्दु हरिश्चन्द्र 40. तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहिं न पान। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – रहीम 41. 'तितली' किसकी रचना है? – जयशंकर प्रसाद 42. तुलसीदास का वह ग्रंथ कौन-सा है, जिसमें ज्योतिष का वर्णन किया गया है? – रामाज्ञा प्रश्नावली 43. तुलसीदास ने अपनी रचनाओं में किसका वर्णन किया हैं? – राम 44. 'तोड़ती पत्थर' (कविता) के कवि कौन हैं? – सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' 45. 'तोड़ती पत्थर' कैसी कविता है? – थार्थवादी 46. 'त्यागपत्र' (उपन्यास) किसकी रचना है? – जैनेन्द्र कुमार 47. दरवाजे से चंडालगढ़ी की तरफ नजर दौड़ाने पर एक अद्भुत दृश्य दिखाई देता था।- इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – राहुल सांकृत्यायन 48. रामचरितमानस में प्रधान रस के रूप में किस रस को मान्यता मिली है? – भक्ति रस 49. दुःख ही जीवन की कथा रही। क्या कहूँ आज जो नहीं कही।। इस पंक्तियों के रचयिता का नाम क्या है? – सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' 50. दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।। इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत 51. देखन जौ पाऊँ तौ पठाऊँ जमलोक हाथ, दूजौ न लगाऊँ, वार करौ एक करको। ये पंक्तियाँ किस कवि द्वारा सृजित हैं? – नाभादास 52. देवताओं की लिपि किसे कहा जाता है? – देवनागरी लिपि 53. देवनागरी लिपि का विकास किस लिपि से हुआ है? – ब्राह्मी लिपि 54. जब-जब होय धर्म की हानी, बाढ़ै असुर अधम अभिमानी। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास 55. देश का पहला राष्ट्रीय हिन्दी संग्रहालय कहाँ स्थापित किया जा रहा है? – आगरा 56. देश में एकमात्र किस राज्य की राजभाषा अंग्रेज़ी है? – नागालैंड 57. 'दोहाकोश' के रचयिता कौन हैं? – सरहपा 58. द्रविड़ भाषाओं में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा क्या है? – तेलुगु 59. 'द्विवेदी युग' का नामकरण किसके नाम पर हुआ है? – महावीर प्रसाद द्विवेदी 60. 'ध्रुव स्वामिनी' (नाटक) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 61. नमक का दरोगा कहानी के लेखक कौन हैं? – प्रेमचंद 62. नयन जो देखा कमल-सा निरमल नीर सरीर। हंसत जो देखा हंस भा दसन ज्योति नगहीर।। इस पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – जायसी 63. नर की और नल नीर की गति एके करि जोय। जेतो नीचो हे चले तेतो ऊँचो होय।। इस पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – बिहारीलाल 64. नवनीत शब्द का सही अर्थ क्या है? – मक्खन 65. नागालैंड की राजकीय भाषा क्या है? – अंग्रेज़ी 66. नालंदा विश्वविद्यालय किस लिए प्रसिद्ध था? – बौद्ध धर्म दर्शन 67. निराला के राम तुलसीदास के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं। यह कथन किस हिन्दी आलोचक का है? – डॉ. रामविलास शर्मा 68. 'निराला' को कैसा कवि माना जाता है? – क्रांतिकारी 69. निर्गुण भक्ति काव्य का प्रमुख कवि कौन है? – कबीरदास 70. निशा -निमंत्रण के रचनाकार कौन हैं? – हरिवंश राय बच्चन 71. न्यूमिसमेटिक्स क्या है? – सिक्कों व धातुओं का अध्ययन 72. 'पंच परमेश्वर' (कहानी) के लेखक कौन हैं? – प्रेमचन्द 73. पंचवटी कौन-सा समास है? – द्विगु 74. 'पद्मावत' किसकी रचना है? – मलिक मुहम्मद जायसी 75. परहित सरिस धर्म नहि भाई, परपीड़ा सम नहिं अधमाई। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास 76. पल्लव के रचयिता कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत 77. पवित्रता की माप है मलिनता, सुख का आलोचक है दुःख, पुण्य की कसौटी है पाप। यह कथन स्कन्दगुप्त नाटक के किस पात्र का है? – देवसेना 78. पुराणों में अशोक को क्या कहा गया है? – अशोक वर्धन 79. पुरापाषाण युग में आदि मानव के मनोंरजन का साधन क्या था? – शिकार करना 80. 'पूस की रात' (कहानी) के रचनाकार कौन हैं? – प्रेमचन्द्र 81. 'पृथ्वीराज रासो' के रचनाकार कौन हैं? – चन्दबरदाई 82. पेवामचनदव के अधूरे उपन्यास का नाम क्या है? – मंगलसूत्र 83. 'प्रकृति के सुकुमार कवि' किसे कहा जाता है? – सुमित्रानंदन पंत 84. 'प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।'- यह कथन किसका है? – नन्द दुलारे बाजपेयी 85. प्रथम सूफी प्रेमाख्यानक काव्य के रचयिता कौन हैं? – मुल्ला दाऊद 86. प्रभातफेरी काव्य के रचनाकार कौन हैं? – नरेन्द्र शर्मा 87. प्रभुजी तुम चंदन हम पानी। जाकी अंग-अंग बास समानी।। प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – रैदास 88. प्राचीन का विलोम क्या है? – अर्वाचीन 89. प्राचीन काल में मानव द्वारा किस अनाज का प्रयोग हुआ? – चावल 90. प्राचीन भारत में कौन-सी लिपि दाईं ओर से बाईं ओर लिखी जाती थी? – खरोष्ठी लिपि 91. प्रादेशिक बोलियों के साथ ब्रज या मध्य देश की भाषा का आश्रय लेकर एक सामान्य साहित्यिक भाषा स्वीकृत हुई, जिसे चारणों ने नाम दिया? – पिंगल भाषा 92. 'प्रेम पचीसी' (कहानी-संग्रह) के रचनाकार कौन हैं? – प्रेमचंद 93. प्रेम लक्षणा भक्ति को किस भक्ति शाखा ने अपनी साधना का मुख्य आधार बनाया है? – कृष्णभक्ति शाखा 94. प्रेमचन्द्र के अधूरे उपन्यास का नाम क्या है? – मंगलसूत्र 95. 'प्रेमसागर' के लेखक कौन हैं? – लल्लू लाल 96. बाँगरू बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है? – खड़ीबोली 97. बिहारी किस काल के कवि थे? – रीति काल 98. बिहारी किस राजा के दरबारी कवि थे? – जयपुर नरेश जयसिंह के 99. बुँदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी। खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – सुभद्रा कुमारी चौहान 100. बूँदी नरेश महाराज भावसिंह का आश्रित कवि कौन था? – मतिराम 101. बैताल पच्चीसी के रचनाकार कौन हैं? – सूरति मिश्र 102. बैर क्रोध का अचार या मुरब्बा है। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – रामचन्द्र शुक्ल 103. भक्तमाल भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है, इसके रचयिता कौन थे? – नाभादास 104. भारत का शेक्सपीयर किसे कहा जाता है? – कालिदास को 105. भारत की प्राचीन भाषा क्या है? – संस्कृत 106. भारत के किस प्रान्त में कोंकणी भाषा बोली जाती है? – महाराष्ट्र तथा गोवा 107. भारत के प्रथम राष्ट्रकवि कौन हैं? – मैथिलीशरण गुप्त 108. भारत भारती (काव्य) के रचनाकार कौन हैं? – मैथिलीशरण गुप्त 109. भारत में शिलालेखों का प्रचलन किसने कराया? – अशोक ने 110. भारत में संस्कृत माँ है, हिन्दी बहूरानी और अंग्रेजी नौकरानी किस महापुरूष के अनमोल वचन है? – डॉ. कामिल बुल्के 111. भारत में सबसे अधिक बोला जाने वाला भाषायी समूह क्या है? – इण्डो-आर्यन 112. भारत में सबसे कम बोला जाने वाला भाषायी समूह क्या है? – चीनी-तिब्बती 113. भारत में सर्वाधिक लोगों द्वारा कौनसी भाषा बोली जाती है? – हिन्दी (देवनागरी लिपि) 114. भारतीय इतिहास का कौनसा स्त्रोत प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है? – मिलिंद पान्हो 115. भारतीय भाषाओं को कितने प्रमुख वर्गों में बाँटा गया है? – 4 116. भारतीय भाषाओं में कौन-सी भाषा द्रविड़ भाषा की उत्पत्ति नहीं है? – मराठी 117. भारतीय संविधान में हिनीधि को क्या कहा गया है? – राजभाषा 118. भारतेन्दु कृत ‘भारत दुर्दशा’ किस साहित्य रूप का हिस्सा है? – नाटक साहित्य 119. भाषा के सम्बन्ध में ‘हिन्दी’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? – अमीर ख़ुसरो 120. 'भिक्षुक' (कविता) के रचयिता कौनहैं? – निराला 121. भीमबेटका किसके लिए प्रसिद्ध था? – गुफाओं के शैलचित्र 122. भूषण का कौन सा लक्षण ग्रंथ है? – शिवराज भूषण 123. भूषण किस रस के कवि हैं? – वीर रस 124. भूषण की कविता का प्रधान स्वर क्या है? – प्रशस्तिपरक 125. मंदिर बनाने की कला का जन्म किस काल में हुआ? – गुप्त काल में 126. 'मजदूरी और प्रेम' (निबंध) के रचनाकार कौन हैं? – सरदार पूर्ण सिंह 127. मध्य प्रदेश के किस जिले को देश का प्रथम हिन्दी साक्षर जिला घोषित किया गया है? – नरसिंहपुर को 128. मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं। यह कथन किसका है? – रामचन्द्र शुक्ल का 129. मनुष्यता का विपरीतार्थक क्या है? – बर्बरता 130. मनुष्यत्व की सामान्य भावना को आगे करके निम्न श्रेणी की जनता में आत्मगौरव का भाव जगाने वाले सर्वश्रेष्ठ कवि कौन थे? – कबीर 131. मसि कागद छुयो नहीं कलम गही नहिं हाथ। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीरदास 132. महादेवी वर्मा को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला? – यामा 133. मुझे तोड़ लेना वनमाली उस पथ में देना तुम फ़ेंक मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जावें वीर अनेक।। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं।? – माखन लाल चतुर्वेदी 134. मेगास्थनीज ने अपनी पुस्तक इंडिका में किसके शासनकाल का वर्णन किया है? – चंद्रगुप्त मौर्य 135. 'मैथिल कोकिल' किसे कहा जाता है? – विद्यापति 136. मैथिली किस राज्य की भाषा है? – बिहार 137. मैला आँचल उपन्यास के लेखक कौन हैं? – फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ 138. यह युग (भारतेन्दु) बच्चे के समान हँसता-खेलता आया था, जिसमें बच्चों की सी निश्छलता, अक्खड़पन, सरलता और तन्मयता थी। यह कथन किस आलोचक का है? – आचार्य रामचन्द्र शुक्ल 139. 'यामा' के रचयिता कौन है? – महादेवी वर्मा 140. 'रंगभूमि' (उपन्यास) के रचनाकार कौन हैं? – प्रेमचंद 141. रक्त है? या है नसों में क्षद्र पानी, जाँच कर तू सीस दे देकर जवानी। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – माखनलाल चतुर्वेदी 142. रस मीमांसा रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक कौन हैं? – आचार्य रामचन्द्र शुक्ल 143. 'रसिक प्रिया' के रचयिता कौन हैं? – केशव दास 144. 'राग दरबारी' (उपन्यास) के रचयिता कौन है? – श्रीलाल शुक्ल 145. राजभाषा आयोग के अध्यक्ष कौन थे? – बी.जी. खेर 146. रानी केतकी की कहानी की भाषा को क्या कहा जाता है? – खड़ीबोली 147. 'रानी केतकी की कहानी' के रचयिता कौन हैं? – इंशा अल्ला खाँ 148. 'राम चरित मानस' की भाषा क्या है? – अवधी 149. 'राम चरित मानस' में कितने काण्ड हैं? – 7 150. दिवसावसान का समय मेघमय आसमान से उतर रही है वह संध्या सुन्दरी परी सी धीरे-धीरे-धीरे। इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' 151. अंग्रेजी भाषा को भारत में शिक्षा के माध्यम से आरंभ किया गया? – लॉर्ड मैकाले द्वारा 152. 'हिन्दी का आदि कवि' किसे माना जाता है? – स्वयंभू 153. हिन्दी का प्रथम उपन्यास कौनसा है? – परीक्षा गुरू (श्रीनिवास दास वमत) 154. हिन्दी का प्रथम एकांकी कौनसा है? – एक घूँट 155. हिन्दी का प्रथम पात्र कौनसा है? – उदंत मार्तण्ड 156. हिन्दी की प्रथम पत्रिका कौनसी है? – संवाद कौमुदी 157. हिन्दी की वर्णमाला में कितने स्वर व कितने सम स्वर होते हैं? – 11 स्वर व 33 सम स्वर 158. हिन्दी के किस समाचार-पत्र में ‘खड़ीबोली’ को ‘मध्यदेशीय भाषा’ कहा गया है? – बनारस अखबार 159. हिन्दी के प्रथम कवि कौन है? – सिद्ध सरहपा (9वीं शताब्दी) 160. हिन्दी के प्रथम गद्यकारकौन है? – लल्लूलाल 161. हिन्दी के सर्वप्रथम गीत लेखक कौन है? – विधापति 162. हिन्दी के सर्वप्रथम दैनिक समाचार-पत्र कौनसा है? – सुधावर्षण 163. हिन्दी के सर्वप्रथम प्रकाशित पत्र का नाम क्या है? – उतण्ड मार्तण्ड 164. अजंता की गुफा किस धर्म से संबंधित है? – बौद्ध धर्म से 165. अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय कहां है? – भोपाल (मध्य प्रदेश) 166. अतीत के चलचित्र के रचयिता कौन हैं? – महादेवी वर्मा 167. ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ किसे कहा जाता है? – स्वयंभू को 168. अपभ्रंश भाषा के प्रथम व्याकरणाचार्य कौन थे? – हेमचन्द्र 169. अपभ्रंश में कृष्ण काव्य के प्रणेता कौन हैं? – पुष्पदन्त 170. अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आँचल में है दूध और आँखों में पानी। उपर्युक्त पंक्तियों किस काव्य की हैं? – यशोधरा 171. अभिलेखों का अध्ययन क्या कहलाता है? – इपीग्राफी 172. अमिय हलाहल, मदभरे, सेत स्याम, रतनार। जियत, मरत, झुकि-झुकि परत जेहि चितवत इक बार।। प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – रसलीन 173. अमीर ख़ुसरो ने किसके विकास में अग्रणी भूमिका निभाई? – खड़ी बोली 174. अमीर ख़ुसरो ने जिन मुकरियों, पहेलियों और दो सुखनों की रचना की है, उसकी मुख्य भाषा क्या है? – खड़ीबोली 175. अवधी भाषा के सर्वाधिक लोकप्रिय महाकाव्य का नाम क्या है? – रामचरितमानस 176. अशोक के फूल (निबंध सग्रह) के रचनाकार हैं? – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी 177. अष्टछाप के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि कौन हैं? – सूरदास 178. आँख की किरकिरी होने का क्या अर्थ है? – अप्रिय लगना 179. आँसू (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 180. आंचलिक रचनाएँ किससे संबंधित होती हैं? – क्षेत्र विशेष से 181. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने ‘त्रिवेणी’ में किन तीन महाकवियों की समीक्षाएँ प्रस्तुत की हैं? – सूर, तुलसी, जायसी 182. 'आत्मजयी' के रचयिता कौन हैं? – कुँवर नारायण 183. 'आत्मनिर्भरता' (निबंध) के रचनाकार कौन हैं? – बालकृष्ण भट्ट 184. आधुनिक मानव के हाल का पूर्वज कौन है? – क्रोमैगनन मनुष्य 185. आधुनिक युग की मीरा किसे कहा जाता है? – महादेवी वर्मा 186. आधुनिक युग के चरण कौन हैं? – रामधारी सिंह ‘दिनकर’ 187. आन्ध्र प्रदेश की राजकीय भाषा कौन है? – तेलुगु 188. आसमान पर चढ़ाने का अर्थ क्या है? – अत्यधिक प्रशंसा करना 189. इतिहास शब्द का शुद्ध विशेषण क्या है? – ऐतिहासिक 190. 'ईदगाह' (कहानी) के रचनाकार कौन हैं? – प्रेमचंद 191. उर्दू किस भाषा का शब्द है? – तुर्की 192. एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी। यह पंक्ति किस भाषा की है? – ब्रजभाषा 193. 'एक भारतीय आत्मा' किसे कहा जाता है? – माखनलाल चतुर्वेदी 194. ऑस्ट्रिक भाषा समूह की भाषाओं को बोलने वालों को क्या कहा जाता है? – किरात 195. कटकटान कपि कुंजर भारी। दुहु भुजदंड तमकि महिमारी।। डोलत धरनि सभापद खसे चले भाजि भय मारूत ग्रसे।। प्रस्तुत पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास 196. 'कठिन काव्य का प्रेत' किस कवि को कहा जाता हैं? – केशवदास को 197. कथा सम्राट किसे कहा जाता है? – प्रेमचंद 198. कबीरदास की भाषा क्या थी? – सधुक्कड़ी 199. कलम का सिपाही किसे कहा जाता है? – मुंशी प्रेमचंद 200. 'कलम की सिपाही' क्या है? – जीवनी 201. कवि कालिदास की 'अभिज्ञान शाकुन्तलम' का हिन्दी अनुवाद किसने किया? – राजा लक्ष्मण सिंह 202. 'कस्तूरी कुंडल बसै' किसकी आत्मकथा है? – मैत्रेयी पुष्पा की 203. कादंबरी के लेखक कौन हैं? – बाणभट्ट 204. कामायनी किस प्रकार का ग्रंथ है? – महाकाव्य 205. किस इतिहासकार ने सर्वप्रथम रीतिकालीन कवियों के सर्वाधिक परिचयात्मक विवरण दिए हैं? – मिश्रबन्धु 206. किस काल को स्वर्णकाल कहा जाता है? – भक्ति काल 207. किस छायावादी कवि ने संवाद शैली का सर्वाधिक उपयोग किया है? – जयशंकर प्रसाद 208. किस देश में अधिकतम संख्या में भाषाएँ बोली जाती हैं? – भारत 209. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ किस रस के कवि माने जाते हैं? – वीर रस 210. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को किस रचना के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था? – उर्वशी 211. रीतिकाल का वह कौन-सा कवि है, जो अपनी मात्र एक कृति से हिन्दी साहित्य में अमर हो गया? – बिहारी 212. रेशम बनाने की तकनीक का अविष्कार सर्वप्रथम किस देश में हुआ? – चीन में 213. लाल पीला होने का क्या अर्थ है? – क्रोध करना 214. ले चल मुझे भुलावा देकर, मेरे नाविक धीरे-धीरे। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद 215. लोग हैं लागि कवित्त बनावत, मोहिं तो मेरे कवित्त बनावत। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – घनानन्द 216. 'वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे' के रचयिता कौन है? – मैथली शरण गुप्त 217. 'वापसी' किस विद्या में रचित है? – कहानी 218. विक्रम संवत का शुभारंभ कब हुआ? – 57 ई. 219. विद्यापति की 'पदावली' की भाषा क्या है? – मैथली 220. वीरगाथा काल के सर्वश्रेष्ठ कवि कौन माने जाते हैं? – चन्दबरदाई 221. वीरों का कैसा हो वसंत कविता के रचयिता कौन हैं? – सुभद्रा कुमारी चौहान 222. व्यवस्थाप्रियता और विद्रोह का विलक्षण संयोग किस प्रयोगवादी कवि में सबसे अधिक मिलता है? – अज्ञेय में 223. 'शिव शंभु के चिट्ठे' से संबंधित रचनाकार कौन हैं? – बाल मुकुन्द गुप्त 224. 'शिवा बावनी' के रचनाकार कौन हैं? – भूषण 225. शून्य की खोज किसने की? – आर्यभट्ट ने 226. 'शेष कादम्बरी' के रचयिता कौन है? – अलका सरावगी 227. 'श्रद्धा' किस कृति की नायिका कौन है? – कामायनी 228. संविधान की आठवीं अनुसूची के अनुसार कितनी भाषाओं को राजभाषा के रूप में सांविधानिक मान्यता प्राप्त हैं? – 22 भाषाएं 229. संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल की गई चार नई भाषाएँ कौनसी हैं? – संथाली, मैथिली,बोडो और डोगरी 230. संविधान के किस अनुच्छेद के अनुसार हिन्दी भारत की राजभाषा है? – अनुच्छेद 343 (1) 231. 'संसद से सड़क तक' (काव्य) के रचनाकार कौन हैं? – सुदामा पांडेय 'धूमिल' 232. संस्कृत से सर्वांधिक प्रभावित द्रविड़ भाषा कौनसी है? – तेलुगु 233. 'संस्कृति के चार अध्याय' किसकी रचना है? – रामधारी सिंह 'दिनकर' 234. सखि वे मुझसे कह कर जाते। इस पंक्तियों के रचयिता कौन हैं? – मैथली शरण गुप्त 235. सबसे पहले अपनी आत्मकथा हिंदी में किसने लिखी? – राजेन्द्र प्रसाद 236. सर्वप्रथम किस आलोचक ने अपने किस ग्रंथ में देव बड़े हैं कि बिहारी विवाद को जन्म दिया? – मिश्रबंधु : हिन्दी नवरत्न 237. सर्वप्रथम किस विदेशी यात्री ने भारत यात्री की? – फाह्यान ने 238. सर्वप्रथम भारत को इंडिया किसने कहा? – यूनानवासियों ने 239. सर्वप्रथम भारतवर्ष का जिक्र किस अभिलेखा में मिला है? – हाथी गुंफा अभिलेख में 240. साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीर 241. साहित्यकार ‘अज्ञेय’ जी का पूरा नाम क्या है? – सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ 242. सिंधु सभ्यता के लोग किस क्षेत्र के निवासी थे? – भूमध्यसागरीय 243. सिकंदर का सेनापति कौन था? – सेल्यूकस निकेटर 244. सिकंदर किसका शिष्य था? – अरस्तू का 245. सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा क्या है? – देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी हिन्दी 246. ‘सुन्दर परम किसोर बयक्रम चंचल नयन बिसाल। कर मुरली सिर मोरपंख पीतांबर उर बनमाल॥’ ये पंक्तियाँ किस रचनाकार की हैं? – सूरदास 247. सुभाषितवलि के लेखक कौन हैं? – मयूर 248. सुरदर्शन झील का पुर्नोद्धार किसने कराया? – स्कंधगुप्त ने 249. 'सुहाग के नूपुर' के रचयिता कौन हैं? – अमृत लाल नागर 250. सूरदास के गुरु कौन थे? – बल्लभाचार्य
1. मो सम कौन कुटिल खलकामी - सूरदास 2. यह प्रेम को पंथ कराल महा तरवारि की धार पर धावनो है - बोधा 3. माधव हम परिनाम निरासा - विद्यापति 4. हरि हू राजनीति पढ़ि आए - सूरदास 5. भरोसो दृढ़ इन चरनन केरो - सूरदास 6. इन मुसलमान जनन पर कोटिन हिंदू बारिह - भारतेंदु 7. खुल गए छंद के बंध- पंत 8. तुलसी का सारा काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है - हजारीप्रसाद द्विवेदी 9. धुनि ग्रमे उत्पन्नों, दादू योगेंद्रा महामुनि- रज्जब 10. काव्य आत्मा की संल्पनात्मक अनुभूति है - जयशंकर प्रसाद 11. प्रभु जी तुम चंदन हम पानी - रैदास 12. सखा श्रीकृष्ण के गुलाम राधा रानी के - भारतेंदु 13. देखे मुख भावै अनदेखे कमल चंद ताते मुख मुरझे कमला न चंद  - केशवदास 14. एक नार नक अचरज किया साँप मार पिंजरे में दिया - खुसरो 15. केशव कहि न जादु का कहिए तुलसीदास 16. देसिल बअना सब इन मिट्ठा तै तैसन जपऔ अवहठ्ठा  - विद्यापति 17. पुष्टिमार्ग का जहाज जात है सो जाको कछु लेना हो सो लेउ - विट्ठलनाथ 18. जाहि मन पवन न संचरई  रवि ससि नहिं पवेस- सरहपा 19. यदि प्रबंध काव्य एक विस्तृत वनस्थली है तो मुक्तक चुना हुआ गुलदस्ता - आचार्य शुक्ल 20. अवधू रहिया हाटे वाटे रूप बिरष की छाया तजिबा काम क्रोध लोभ मोह संसार की माया - गोरखनाथ 21. राजनीति का प्रश्न नहीं रे आज जगत के सम्मुख एक वृहत सांस्कृतिक समस्या जग के निकट उपस्थित  - पंत 22. भल्ला हुआ जु मारिया बहिणि म्हारा कंतु लज्जेयं तु वयंसिअहू जइ मग्गा घरु संतु - हेमचंद्र 23. निराला से बढ़कर स्वच्छंदतावादी कवि हिंदी में कोई नहीं है - हजारीप्रसाद द्विवेदी 24. पुस्तक जल्हण हाथ दै चलि गज्जन नृप काज  - चंदबरदाई 25. छोङो मत यह सुख का कण है - जयशंकर प्रसाद 26. मनहु कला ससभान कला सोलह सो बन्निय  - चंदबरदाई 27. प्रयोगवाद बैठे-ठाले का धंधा है   - नंददुलारे वाजपेयी 28. बारह बरस लौं कूकर जिए, अरू तेरह लै जिए सियार बरिस अठारह छत्री जिए, आगे जीवन को धिक्कार  - जगनिक 29. यदि इस्लाम न भी आया होता तो भी भक्ति साहित्य का बारह आना वैसा ही होता जैसा आज - हजारीप्रसाद द्विवेदी 30. गोरख जगायो जोग भगति भगायो लोग - तुलसीदास (कवितावली से) 31. साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है - बालकृष्ण भट्ट 32. झिलमिल झगरा झूलते बाकी रही न काहु गोरख अटके कालपुर कौन कहावै साहु  - कबीर 33. भारतवर्ष का लोकनायक वही हो सकता है जो समन्वय करने का अपार धैर्य लेकर आया हो - हजारीप्रसाद द्विवेदी 34. दशरथ सुत तिहुँ लोक बखाना राम नाम का मरम है आना  - कबीर 35. मैं मजदूर हूँ, मजदूरी किए बिना मुझे भोजन करने का अधिकार नहीं - प्रेमचंद 36. अजगर करे न चाकरी पंछी करे न काम - मलूकदास 37. सूर अपनी आँखों से वात्सल्य का कोना-कोना झाँक आए है - रामचंद्र शुक्ल 38. विक्रम धँसा प्रेम का बारा  सपनावती कहँ गयऊ पतारा  - मंझन (मधुमालती से) 39. उत्तर अपभ्रंश ही पुरानी हिंदी है - चंद्रधर शर्मा गुलेरी 40. कब घर में बैठे रहैं, नाहिंन हाट बाजार मधुमालती, मृगावती पोथी दोउ उचार  - बनारसीदास जैन 41. बालचंद बिज्जावइ भाषा, नहिंन दुहु नहिं लग्गई दुज्जन हासा   - विद्यापति 42. मुझको क्या तू ढूँढ़े बंदे मैं तो तेरे पास में  - कबीर 43. बलंदीप देखा अँगरेजा, तहाँ जाई जेही कठिन करेजा - उसमान (चित्रावली में) 44. सूरतिय, नरतिय, नागतिय, सब चाहत अस होय गोद लिए हुलसी फिरैं तुलसी सो सुत होय  - रहीम 45. कहा करौ बैकुंठहिं जाय जहाँ नहिं नंद, जहाँ न जसोदा, नहिं जहँ गोपी, ग्वाल न गाय  - परमानंद दास 46. जाके प्रिय न राम वैदेही सो नर तजिए कोटि बैरी सम यद्यपि परम सनेही   - तुलसीदास (विनयपत्रिका से) 47. जदपि सुजाति सुलच्छनी सुबरन सरस सुवतृ भूषण बिनु न विराजई कविता बनिता मित्त  - केशवदास 48. आँखिन मूँदिबे के मिस आनि अचानक पीठि उरोज लगावै - मतिराम 49. अभिधा उत्तम काव्य है मध्य लक्षणा तीन अधम व्यंजना रस विरस, उलटी कहत नवीन  - देव 50. भले बुरे सम, जौ लौं बोलत नाहिं जानि परत हैं काक पिक, ऋतु बसंत के माहिं  - वृंद 51. नेही महा ब्रजभाषा प्रवीन और संदरतानि के भेद को जानै - ब्रजनाथ 52. एक सुभान कै आनन पै कुरबान जहाँ लगि रूप जहाँ को - बोधा 53. आठ मास बीते जजमान अब तो करो दच्छिना दान  - प्रतापनारायण मिश्र 54. साखी सबदी दोहरा, कहि कहिनी उपखान भगति निरूपहिं निन्दहिं बेद पुरान  - तुलसी 55. निर्गुण ब्रह्म को कियो समाधु तब ही चले कबीरा साधु  - दादू 56. सब मम प्रिय सब मम उपजाये सबतैं अधिक मनुज मोहि भाये  - तुलसी 57. पढ़ि कमाय कीन्हों कहा हरे देश कलेश जैसे कन्ता घर रहे तैसे रहे विदेस  - प्रतापनारायण मिश्र 58. मैं हिंदुस्तान की तूती हूँ, अगर तुम वास्तव में मुझसे कुछ पूछना चाहते हो तो हिंदवी मेें पूछो - अमीर खुसरो 59. मैं मरूँगा सुखी मैने जीवन की धज्जियाँ उङाई हैं  - अज्ञेय 60. यह सिर नवे न राम कू, नाहीं गिरियो टूट आन देव नहिं परसिये, यह तन जायो छूट  - चरनदास 61. रुकमिनि पुनि वैसहि मरि गई कुलवंती सत सो सति भई  - कुतुबन 62. जानत है वह सिरजनहारा, जो किछु है मन मरम हमारा। हिंदु मग पर पाँव न राखेऊ, का जो बहुतै हिंदी भाखेऊ  - नूरमुहम्मद 63. मो मन गिरिधर छवि पै अटक्यो ललित त्रिभंग चाल पै चाल कै, चिबुक चारु गङि ठटक्यो  - कृष्णदास 64. संतन को कहा सीकरी सों काम आवत जात पनहियाँ टूटी बिसरि गयो हरि नाम  - कुंभनदास 65. बसो मेरे नैनन में नंदलाल मोहनि मूरत, साँवरि सूरत, नैना बने रसाल  - मीराबाई 66. लोटा तुलसीदास को लाख टका को मोल   - होलराय 67. कुंदन को रंग फीकौ लगे - मतिराम 68. अमिय, हलाहल, मदभरे, सेत, स्याम, रतनार जियत, मरत, झुकि-झुकि परत, जेहि चितवत एक बार   - रसलीन 69. कनक छुरी सी कामिनी काहे को कटि छीन - आलम 70 अति सुधौ सनेह को मारग है जहँ नैकू सयानपन बाँक नहीं   - घनानंद 71. आलम नेवाज सिरताज पातसाहन के गाज ते दराज कौन नजर तिहारी है  - चंद्रशेखर 72. कलि कुटिल जीव निस्तार हित वाल्मीकि तुलसी भयो -  नाभादास जी 73. मात पिता जग जाइ तज्यो विधिहू न लिख्यो कछु भाल भलाई  - तुलसी 74. अपना मस्तक काटिकै बीर हुआ कबीर - दादू 75. सो जागी जाके मन में मुद्रा रात-दिवस ना करई निद्रा  - कबीर 76. पराधीन सपनेहु सुख नाहीं- तुलसी 77. काहे री नलिनी तू कम्हलानी तेरे ही नालि सरोवर पानी  - कबीर 78. काव्य की रीति सीखि सुकवीन सों देखी सुनि बहुलोक की बातें - भिखारीदास
#छायावाद द्विवेदी युगोपरांत हिन्दी काव्य का काल छायावाद हिंदी साहित्य के रोमांटिक उत्थान की वह काव्य-धारा है जो लगभग ई.स. १९१८ से १९३६ तक की प्रमुख युगवाणी रही। [1] जयशंकर प्रसाद, सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला', सुमित्रानदन पंत, महादेवी वर्मा इस काव्य धारा के प्रतिनिधि कवि माने जाते हैं। छायावाद नामकरण का श्रेय मुकुटधर पाण्डेय को जाता है। [2] मुकुटधर पाण्डेय ने श्री शारदा पत्रिका में एक निबंध प्रकाशित किया जिस निबंध में उन्होंने छायावाद शब्द का प्रथम प्रयोग किया | कृति प्रेम, नारी प्रेम, मानवीकरण, सांस्कृतिक जागरण, कल्पना की प्रधानता आदि छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएं हैं। छायावाद ने हिंदी में खड़ी बोली कविता को पूर्णतः प्रतिष्ठित कर दिया। इसके बाद ब्रजभाषा हिंदी काव्य धारा से बाहर हो गई। इसने हिंदी को नए शब्द, प्रतीक तथा प्रतिबिंब दिए। इसके प्रभाव से इस दौर की गद्य की भाषा भी समृद्ध हुई। इसे 'साहित्यिक खड़ीबोली का स्वर्णयुग' कहा जाता है। छायावाद के नामकरण का श्रेय 'मुकुटधर पांडेय' को दिया जाता है। इन्होंने सर्वप्रथम 1920 ई में जबलपुर से प्रकाशित श्रीशारदा (जबलपुर) पत्रिका में 'हिंदी में छायावाद' नामक चार निबंधों की एक लेखमाला प्रकाशित करवाई थी।[3] हिंदी कविता में छायावाद का युग द्विवेदी युग के बाद आया। द्विवेदी युग की कविता नीरस उपदेशात्मक और इतिवृत्तात्मक थी। छायावाद में इसके विरुद्ध विद्रोह करते हुए कल्पणाप्रधान, भावोन्मेशयुक्त कविता रची गई। यह भाषा और भावों के स्तर पर अपने दौर के बांग्ला के सुप्रसिद्ध कवि और नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ ठाकुर की गीतांजली से बहुत प्रभावित हुई। यह प्राचीन संस्कृत साहित्य (वेदों, उपनिषदों तथा कालिदास की रचनाओं) और मध्यकालीन हिंदी साहित्य (भक्ति और शृंगांर की कविताओं) से भी प्रभावित हुई। इसमें बौद्ध दर्शन और सूफी दर्शन का भी प्रभाव लक्षित होता है। छायावादयुग उस सांस्कृतिक और साहित्यिक जागरण का सार्वभौम विकासकाल था जिसका आरंभ राष्ट्रीय परिधि में भारतेंदुयुग से हुआ था। वस्तुजगत् अपना घनत्व खोकर इस जग मेंसूक्ष्म रूप धारण कर लेता, भावद्रवित हो। कवि के केवल सूक्ष्म भावात्मक दर्शन का ही नहीं, 'छाया' से उसके सूक्ष्म कलाभिव्यजंन का भी परिचय मिलता है। उसकी काव्यकला में वाच्यार्थ की अपेक्षा लाक्षणिकता और ध्वन्यात्मकता है। अनुभूति की निगूढ़ता के कारण अस्फुटता भी है। शैली में राग की नवोद्बुद्धता अथवा नवीन व्यंजकता है। द्विवेदी युग में कविता का ढाँचा पद्य का था। वस्तुत: गद्य का प्रबंध ही उसमें पद्य हो गया था, भाषा भी गद्यवत् हो गई थी। छायावाद ने पद्य का ढाँचा तोड़कर खड़ी बोली को काव्यात्मक बना दिया। पद्य में स्थूल इतिवृत्त था, छायावाद के काव्य में भावात्मक अतंर्वृत्त था, छायावाद के काव्य में भावात्मक अंतर्वृत्त आ गया। भाव के अनुरूप ही छायावाद की भाषा और छंद भी रागात्मक और रसात्मक हो गया। ब्रजभाषा के बाद छायावाद द्वारा गीतकाव्य का पुनरुत्थान हुआ। छायावाद युग के प्रतिनिधि कवि हैं- प्रसाद, निराला, पंत, महादेवी, रामकुमार। पूर्वानुगामी सहयोगी हैं- माखनलाल और 'नवीन'। गीतकाव्य के बाद छायावाद में भी महाकाव्य का निर्माण हुआ। तुलसीदास जैसे 'स्वांत:' को लेकर लोकसंग्रह के पथ पर अग्रसर हुए थे वैसे ही छायावाद के कवि भी 'स्वात्म' को लेकर एकांत के स्वगत जगत् से सार्वजनिक जगत् में अग्रसर हुए। प्रसाद की 'कामायनी' और पंत का 'लोकायतन' इसका प्रमाण है। 'कामायनी' सिंधु में विंदु (एकांत अंतर्जगत्) की ओर है, 'लोकायतन' विंदु में सिंधु (सार्वजनिक जगत्) की ओर। विभिन्न आलोचकों की दृष्टि में छायावादसंपादित करें रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य का इतिहास में लिखा है कि- "संवत् १९७० के आसपास मैथिलीशरण गुप्त, मुकुटधर पांडेय आदि कवि खड़ीबोली काव्य को अधिक कल्पनामय, चित्रमय और अंतर्भाव व्यंजक रूप-रंग देने में प्रवृत्त हुए।[4] यह स्वच्छन्द और नूतन पद्धति अपना रास्ता निकाल रही थी कि रवीन्द्रनाथ की रहस्यात्मक कविताओं की धूम हुई। और कई कवि एक साथ रहस्यवाद और प्रतीकवाद अथवा चित्रभाषावाद को ही एकांत ध्येय बनाकर चल पड़े। चित्रभाषा या अभिव्यंजन पद्धति पर ही जब लक्ष्य टिक गया तब उसके प्रदर्शन के लिए लौकिक या अलौकिक प्रेम का क्षेत्र ही बाकी समझा गया। इस बँधे हुए क्षेत्र के भीतर चलनेवाले काव्य ने छायावाद नाम ग्रहण किया। छायावादी शब्द का प्रयोग दो अर्थों में समझना चाहिये। एक तो रहस्यवाद के अर्थ में, जहाँ उसका संबंध काव्य-वस्तु से होता है अर्थात् जहाँ कवि उस अनंत और अज्ञात प्रियतम को आलंबन बनाकर अत्यंत चित्रमयी भाषा में प्रेम का अनेक प्रकार से व्यंजन करता है। इस अर्थ का दूसरा प्रयोग काव्य-शैली या पद्धति-विशेष के व्यापक अर्थ में होता है’ छायावाद का सामान्यतः अर्थ हुआ प्रस्तुत के स्थान पर उसकी व्यंजना करनेवाली छाया के रूप में अप्रस्तुत का कथन। छायावाद का चलन द्विवेदी काल की रूखी इतिवृत्तात्मक (कथात्मकता) की प्रतिक्रिया के रूप में हुआ था। जैसे, "धूल की ढेरी में अनजाने, छिपे हैं मेरे मधुमय गान।"" नंददुलारे वाजपेयी ने लिखा है कि- "प्रकृति के सूक्ष्म किन्तु व्यक्त सौंदर्य में आध्यात्मिक छाया का भान मेरे विचार से छायावाद की एक सर्वमान्य व्याख्या होनी चाहिए।’ हजारी प्रसाद द्विवेदी ने हिंदी साहित्य का उद्भव और विकास में लिखा है कि- "द्वितीय महायुद्ध के समाप्त होते सारे देश में नई चेतना की लहर दौड़ गई। सन् १९२९ में महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतवर्ष विदेशी गुलामी को झाड़-फेंकने के लिए कटिबद्ध हो गया। इसे सिर्फ राजनीति तक ही सीमित नहीं समझना चाहिये। यह संपूर्ण देश का आत्म स्वरूप समझने का प्रयत्न था और अपनी गलतियों को सुधार कर संसार की समृद्ध जातियों की प्रति- द्वंद्विता में अग्रसर होने का संकल्प था। संक्षेप में, यह एक महान सांस्कृतिक आंदोलन था। चित्तगत उन्मुखता इस कविता का प्रधान उद्गम थी और बदलते हुए मानो के प्रति दृढ आस्था इसका प्रधान सम्बल। इस श्रेणी के कवि ग्राहिकाशक्ति से बहुत अधिक संपन्न थे और सामाजिक विषमता और असामंजस्यों के प्रति अत्यधिक सजग थे। शैली की दृष्टि से भी ये पहले के कवियों से एकदम भिन्न थे। इनकी रचना मुख्यतः विषयि प्रधान थी। सन् 1920 की खड़ीबोली कविता में विषयवस्तु की प्रधानता बनी हुई थी। परंतु इसके बाद की कविता में कवि के अपने राग-विराग की प्रधानता हो गई। विषय अपने आप में कैसा है ? यह मुख्य बात नहीं थी। बल्कि मुख्य बात यह रह गई थी कि विषयी (कवि) के चित्त के राग-विराग से अनुरंजित होने के बाद विषय कैसा दीखता है ? परिणाम विषय इसमें गौण हो गया और कवि प्रमुख।" नगेन्द्र ने लिखा है कि- "1920 के आसपास, युग की उद्बुद्ध चेतना ने बाह्य अभिव्यक्ति से निराश होकर, जो आत्मबद्ध अंतर्मुखी साधना आरंभ की, वह काव्य में छायावाद के रूप में अभिव्यक्त हुई।" नामवर सिंह ने छायावाद में लिखा है कि- "छायावाद शब्द का अर्थ चाहे जो हो, परंतु व्यावहारिक दृष्टि से यह प्रसाद, निराला, पंत, महादेवी की उन समस्त कविताओं का द्योतक है, जो १९१८ से ३६ ई. के बीच लिखी गईं।’ वे आगे लिखते हैं- ‘छायावाद उस राष्ट्रीय जागरण की काव्यात्मक अभिव्यक्ति है जो एक ओर पुरानी रूढि़यों से मुक्ति चाहता था और दूसरी ओर विदेशी पराधीनता से।" छायावादी कवियों की दृष्टि जयशंकर प्रसाद ने लिखा कि- "काव्य के क्षेत्र में पौराणिक युग की किसी घटना अथवा देश-विदेश की सुंदरी के बाह्य वर्णन से भिन्न जब वेदना के आधार पर स्वानुभूतिमयी अभिव्यक्ति होने लगी तब हिंदी में उसे छायावाद नाम से अभिहित किया गया।" वे यह भी कहते हैं कि- "छायावादी कविता भारतीय दृष्टि से अनुभूति और अभिव्यक्ति की भंगिमा पर अधिक निर्भर करती है। ध्वन्यात्मकता, लाक्षणिकता, सौंदर्य, प्रकृति-विधान तथा उपचार वक्रता के साथ स्वानुभूति की विवृत्ति छायावाद की विशेषताएँ हैं।" सुमित्रानंदन पंत छायावाद को पाश्चात्य साहित्य के रोमांटिसिज्म से प्रभावित मानते हैं। महादेवी वर्मा छायावाद का मूल दर्शन सर्वात्मवाद को मानती हैं और प्रकृति को उसका साधन। उनके छायावाद ने मनुष्य के ह्रृदय और प्रकृति के उस संबंध में प्राण डाल दिए जो प्राचीन काल से बिम्ब-प्रतिबिम्ब के रूप में चला आ रहा था और जिसके कारण मनुष्य को प्रकृति अपने दुख में उदास और सुख में पुलकित जान पड़ती थी।’ इस प्रकार महादेवी के अनुसार छायावाद की कविता हमारा प्रकृति के साथ रागात्मक संबंध स्थापित कराके हमारे ह्रृदय में व्यापक भावानुभूति उत्पन्न करती है और हम समस्त विश्व के उपकरणों से एकात्म भाव संबंध जोड़ लेते हैं। वे रहस्यवाद को छायावाद का दूसरा सोपान मानती हैं।
हिन्दी के महत्वपूर्ण प्रश्‍न--- प्रश्‍न 1- किस युग को आधुनिक हिन्दी कविता का सिंहद्वार कहा जाता है। उत्‍तर - भारतेन्दु युग को । प्रश्‍न 2- द्विवेदी युग के प्रवर्तक कौन थे। उत्‍तर - महावीर प्रसाद द्विवेदी । प्रश्‍न 3- हिन्दी का पहला सामाजिक उपन्यास कौन सा माना जाता है। उत्‍तर - भाग्यवती । प्रश्‍न 4- सन् 1950 से पहले हिन्दी् कविता किस कविता के रूप में जानी जाती थी। उत्‍तर - प्रयोगवादी । प्रश्‍न 5- ब्रज भाषा का सर्वोत्त‍म कवि है। उत्‍तर - सूरदास । प्रश्‍न 6- आदिकाल के बाद हिन्दी में किस साहित्य का उदय हुआ । उत्‍तर - भक्ति साहित्य का । प्रश्‍न 7- निर्गुण भक्ति काव्य के प्रमुख कवि है। उत्‍तर - कबीरदास । प्रश्‍न 8- किस काल को स्वर्णकाल कहा जाता है। उत्‍तर - भक्ति काल को । प्रश्‍न 9- हिन्दी का आदि कवि किसे माना जाता है। उत्‍तर - स्व्यंभू । प्रश्‍न 10- आधुनिक काल का समय कब से माना जाता है। उत्‍तर - 1900 से अब तक । प्रश्‍न 11- जयशंकर प्रसाद की सर्वश्रेष्ठ रचना कौन सी है। उत्‍तर - कामायनी । प्रश्‍न 12- बिहारी ने क्या लिखे है। उत्‍तर - दोहे । प्रश्‍न 13- कबीर किसके शिष्य थे। उत्‍तर - रामानन्द । प्रश्‍न 14- पद्यावत महाकाव्य कौन सी भाषा में लिखा है। उत्‍तर - अवधी । प्रश्‍न 15- चप्पू किसे कहा जाता है। उत्‍तर - गद्य और पद्य मिश्रित रचनाओं को । प्रश्‍न 16- कलाधर उपनाम से कविता कौन से कवि लिखते थे। उत्‍तर - जयशंकर प्रसाद । प्रश्‍न 17- रस निधि किस कवि का उपनाम है। उत्‍तर - पृथ्वी सिंह । प्रश्‍न 18- प्रेमचन्द्र के अधुरे उपन्यांस का नाम है। उत्‍तर - मंगलसूत्र । प्रश्‍न 19- हिन्दी का सर्वाधिक नाटककार कौन है। उत्‍तर - जयशंकर प्रसाद । प्रश्‍न 20- तुलसीकृत रामचरित मानस में कौन सी भाषा का प्रयोग किया गया है। उत्‍तर - अवधी भाषा का प्रयोग किया गया है। प्रश्‍न 21- एकांकी के जन्मदाता कौन है। उत्‍तर - धर्मवीर भारती । प्रश्‍न 22- मीराबाई ने किस भाव से कृष्ण की उपासना की । उत्‍तर - माधुर्य भाव से । प्रश्‍न 23- रामचरित मानस का प्रधान रस है। उत्‍तर - शान्त रस । प्रश्‍न 24- सबसे पहले अपनी आत्मकथा हिन्दी में किसने लिखी । उत्‍तर - डॉं. राजेन्द्र प्रसाद ने । प्रश्‍न 25- हिन्दी कविता का पहला महाकाव्य् कौन सा है। उत्‍तर - पृथ्वीराज रासो । प्रश्‍न 26- हिन्दी के सर्वप्रथम प्रकाशित पत्र का नाम क्या है। उत्‍तर - उदन्ड मार्तण्ड । प्रश्‍न 27- हिन्दी साहित्य की प्रथम कहानी है। उत्‍तर - इन्दुमती । प्रश्‍न 28- आंचलिक रचनाऍं किससे सम्बन्धित होती है। उत्‍तर - क्षेत्र विषेश से । प्रश्‍न 29- पृथ्वीराज रासो किस काल की रचना है । उत्‍तर - आदिकाल की । प्रश्‍न 30- हिन्दी गद्य का जन्म दाता किसको माना जाता है। उत्‍तर - भारतेन्दु हरिचन्‍द्र जी को । प्रश्‍न 31- कवि कालिदास की ‘अभिज्ञान शाकुन्त‍लम्’ का हिन्दी अनुवाद किसने किया। उत्‍तर - राजा लक्ष्मणसिंह ने । प्रश्‍न 32- पद्य साहित्य को कितने भागों में बॉंटा गया है। उत्‍तर - पन्द्रह भागों में । प्रश्‍न 33- कवि नरेन्द्र शर्मा ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के निधन से प्रभावित होकर कौन सी रचना की । उत्‍तर - रक्त चन्दन की रचना की । प्रश्‍न 34- नाट्यशास्त्रकारों द्वारा अमान्य रस कौन सा है। उत्‍तर - वीभत्स रस । प्रश्‍न 35- काव्य शास्त्र का प्राचीनतम नाम क्या था। उत्‍तर - अलंकार शास्त्र । प्रश्‍न 36- रीति सम्प्रदाय के संस्थापक कौन थे। उत्‍तर - आचार्य वामन । प्रश्‍न 37- हिन्दी में काव्य शास्त्र के प्रथम आचार्य कौन है। उत्‍तर - केशवदास । प्रश्‍न 38- साहित्य शब्द् किस शब्द से बना है। उत्‍तर - सहित शब्द से बना है। प्रश्‍न 39- हिन्दी साहित्य में जीवनी साहित्य का प्रारम्भ कौन से युग में हुआ । उत्‍तर - भारतेंदु युग में । प्रश्‍न 40- हिन्‍दी भाषा और सांहित्‍य के लेखक है। उत्‍तर - श्‍यामसुंदरदास । प्रश्‍न 41- मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । यह किसने कहा । उत्‍तर - अरस्तू ने । प्रश्‍न 42- भाषा किसे कहते है। उत्‍तर - मनुष्य अपने मानसिक विचारों की अभिव्यक्ति के लिए जिस माध्यम का प्रयोग करता है। वह भाषा कहलाती है। प्रश्‍न 43- भाषा शब्द की उत्पत्ति कहॉ से हुई है। उत्‍तर - भाषा शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के भाष धातु से हुई है। प्रश्‍न 44- सामान्य् शब्दों मे हम भाषा को किस तरह से व्यक्तु करेगे । उत्‍तर - भाषा वह साधन है । जिसके द्वारा मनुष्य अपने भावों या विचारों को बोलकर या लिखकर दूसरे मनुष्यो तक पहुँचाता है। प्रश्‍न 45- भाषा को मोटे रूप में कितने भागों मे बांटा गया है। उत्‍तर - भाषा को मोटे रूप में 2 भागों मे बांटा गया है। 1. लिखित भाषा 2. मौखिक भाषा प्रश्‍न 46- हिन्दी भाषा का सम्बंन्ध किस लिपि से है। उत्‍तर - देवनागरी लिपिसे है। प्रश्‍न 7- बोलने वालो की संख्या की दृष्टि से हिन्दी का विश्व मे कौन सा स्थान है। उत्‍तर - तीसरा । प्रश्‍न 48- सूरदास के काव्य किस भाषा में है। उत्‍तर - ब्रजभाषा में । प्रश्‍न 49- संविधान के किस अनुच्छे्द में कहा गया है – ‘’ संघ की राजभाषा हिन्दी् और लिपि देवनागरी होगी ‘’ । उत्‍तर - 343 वें अनुच्छेद में कहॉ गया । प्रश्‍न 50- हिन्दी शब्द‍ की व्युात्पात्ति कहॉ से हुई है। उत्‍तर - सिंधु से । प्रश्‍न 51- वर्तमान हिन्दी का प्रचलित रूप कैसा है। उत्‍तर - खडी बोली । प्रश्‍न 52- जिन ध्वनियों के संयोग से शब्दों का निर्माण होता है। उन्हें क्या कहते है। उत्‍तर - वर्ण । प्रश्‍न 53- स्वरों की संख्या कितनी मानी गई है। उत्‍तर - 11 । प्रश्‍न 54- हिन्दी मानक वर्ण माला में कुल कितने वर्ण है। उत्‍तर - 52 । प्रश्‍न 55- अन्तस्थ व्यंजनों की संख्या कितनी है। उत्‍तर - 4 । प्रश्‍न 56- हिन्दी वर्ण माला को कितने भागों में विभक्त किया गया है। उत्‍तर - दो भागो में । प्रश्‍न 57- हिन्दो वर्ण माला में स्पर्श व्यंजनों की संख्या कितनी है। उत्‍तर - 25 । प्रश्‍न 58- मात्रा के आधार पर हिन्दी स्वंरों के दो भेद कौन से है। उत्‍तर - हस्वर और दीर्घ । प्रश्‍न 59- ‘ क्ष ‘ वर्ण किसके योग से बना है। उत्‍तर - ‘’ क् + ष ‘’ से बना है। प्रश्‍न 60- हिन्दी वर्ण माला में व्यंजनों की संख्या है। उत्‍तर - 33 व्यंजन है। प्रश्‍न 61- सूरदास का काव्‍य किस भाषा में है। उत्‍तर - ब्रजभाषा में । प्रश्‍न 62- हिन्‍दी साहित्‍य सम्‍मेलन प्रयाग की स्‍थापना कब हुई । उत्‍तर - 1910 में । प्रश्‍न 63- संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्‍लेखित भारतीय भाषाओं की संख्‍या है। उत्‍तर - 22 । प्रश्‍न 64- हिन्‍दी की विशिष्‍ट बोली ब्रज भाषा किस रूप में सबसे अधिक प्रसिद्ध है। उत्‍तर - काव्‍य भाषा । प्रश्‍न 65- देवनागरी लिपि किस लिपि का विकसित रूप है। उत्‍तर - ब्राम्‍ही लिपि । प्रश्‍न 66- रामायण महाभारत आदि ग्रन्‍थ कौन सी भाषा में लिखे गये है। उत्‍तर - आर्यभाषा में । प्रश्‍न 67- विद्यापति की प्रसिद्ध रचना पदावली किस भाषा में लिखी गई है। उत्‍तर - मैथिली में । प्रश्‍न 68- भारत में हिन्‍दी का संवैधानिक स्‍वरूप है। उत्‍तर - राजभाषा । । प्रश्‍न 69- जाटू किस बोली का उपनाम है। उत्‍तर - बॉगरू । प्रश्‍न 70- ''एक मनई के दुई बेटवे रहिन'' यह अवतरण हिन्‍दी की किस बोली में है। उत्‍तर - भोजपुरी से । प्रश्‍न 71- हिन्दी का पहला नाटक है। उत्‍तर - नहुष । प्रश्‍न 72- कबीरदास की भाषा थी। उत्‍तर - सधुक्कडी । प्रश्‍न 73- कलम का जादूगर किसे कहा जाता है। उत्‍तर - रामवृक्ष बेनीपुरी को । प्रश्‍न 74- प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है। यह कथन किसका है। उत्‍तर - रामविलास शर्मा । प्रश्‍न 75- रामचरितमानस में कुल कितने काण्ड है। उत्‍तर - सात । प्रश्‍न 76- हिन्दी साहित्य के इतिहास के रचयिता कौन है। उत्‍तर - आचार्य रामचन्द्र शुक्ल । प्रश्‍न 77- गीत गोविन्द किस भाषा में है। उत्‍तर - संस्कृत भाषा में । प्रश्‍न 78- लोक नायक किसको कहा जाता है। उत्‍तर - तुलसीदास जी को । प्रश्‍न 79- इन्दिरापति किसे कहा जाता है। उत्‍तर - विष्णु को । प्रश्‍न 80- पंचतंत्र क्या है। उत्‍तर - कहानी संग्रह ।

विलोम शब्द

#हिंदी__विलोम__शब्द: (#अति_महत्वपूर्ण )  1.अग्र – पश्च 2. अज्ञ – विज्ञ 3. अमृत -विष 4. अथ – इति 5. अघोष – सघोष 6. अधम – उत्तम 7. अपकार – उपक...